About Shodashi

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The murti, which can be also seen by devotees as ‘Maa Kali’ presides above the temple, and stands in its sanctum sanctorum.  In this article, she is worshipped in her incarnation as ‘Shoroshi’, a derivation of Shodashi.

नवयौवनशोभाढ्यां वन्दे त्रिपुरसुन्दरीम् ॥९॥

The Shreechakra Yantra promotes some great benefits of this Mantra. It is not compulsory to meditate before this Yantra, but if You should purchase and use it in the course of meditation, it will give remarkable Rewards to you. 

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षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram

ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग Shodashi और मोक्ष को प्राप्त करता है।

Thus many of the gods requested Kamadeva, the god of love to help make Shiva and Parvati get married to each other.

लक्ष्या मूलत्रिकोणे गुरुवरकरुणालेशतः कामपीठे

Her story involves famous battles versus evil forces, emphasizing the triumph of excellent over evil along with the spiritual journey from ignorance to enlightenment.

श्रीं‍मन्त्रार्थस्वरूपा श्रितजनदुरितध्वान्तहन्त्री शरण्या

हंसोऽहंमन्त्रराज्ञी हरिहयवरदा हादिमन्त्रार्थरूपा ।

संकष्टहर या संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि – sankashti ganesh chaturthi

॥ ॐ क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं श्रीं ॥

॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥

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